कोई अपनी बीवी की लाश
ढोता हो अपने कंधे पर
तब भी जब बहुत सारे कैमरे उसको देख रहे हों
इसमें खबर कहाँ है ?
उसकी बेटी के रोते चले जाने को देखकर
रुदन या करूण भाव
जो पिघला दे आपका कलेजा
इसको खाने की टेबल पर परोसा जाये रोज शाम ९ बजे
इसमें खबर कहाँ है ?
खबर यह है की हममें से कुछ
इसको खबर मानते हैं
और खबर के बाद अगली खबर की
तरफ रुख कर लेते हैं