लघु कथा २३
पहला : पता है १ करोड़ में उसको भाजपा खरीद रही थी, वो बिका नहीं
दूसरा : बिलकुल झूठ, साला कांग्रेस का चमचा है; झूठा आरोप है
तीसरा : एक बात बताओ यारों; यह काला धन तो नोटेबंदी से ख़तम हो गया था न – तो फिर यह खरीदने बचने के लिए करोड़ रूपया आया कहाँ से ?
पहला : इसमें काल धन कहाँ से आ गया बे ?
तीसरा : तो क्या सफ़ेद धन से भाजपा खरीदेगी उसको?
दूसरा : अबे खबर ही झूठी है जब तो खरीदने बचने की बात कहाँ से आयी ?
तीसरा : कौन सी खबर – नोटेबंदी से काला धन ख़तम हो गया यह खबर या चुनाव में अब सारा धन सफ़ेद की कमाई का लगता है यह खबर ??
और फिर सभी मुस्कुराने लगे